14- PARTNER KI BIBI KI CHUDAI

Guru ji storey

Thursday, January 14, 2010


पार्टनर की बीबी को चोदा

प्रेषक : गौरव गुप्ता , लखनऊ
मैं अपना परिचय दे दूँ, मेरा नाम गौरव गुप्ता है, उम्र ३० साल, कद ५'- ५", रंग गोरा और बदन गठीला है और अभी तक मैं कुवारा हु । मैं लखनऊ में एक कंप्यूटर सेण्टर चलाता हूँ, जिसमे मैं और मेरा एक पार्टनर है. कंप्यूटर सेण्टर पार्टनर के घर के एक कमरे में चलता है. उस कमरे का एक गेट पार्टनर के घर के अन्दर खुलता है मैं अक्सर कंप्यूटर सेण्टर चलाता हु और पार्टनर बाहर के काम निपटाता है पार्टनर के घर में उसकी पत्नी सीमा, उम्र लगभग २६ साल, कद ५'-२", रंग गोरा और भरा-पूरा बदन की मालकिन अकेली ही रहती थी वो हलाकि मुझे छोटी थी पर फिर भी मैं उसको भाभी जी ही बुलाता था खाली टाइम में हम दोनों खूब लम्बी बातिएँ किया करते थे
एक दिन मेरा पार्टनर किसी काम के सिलसले में जयपुर गया था ४-५ दिनों के लिए इसी लिए सेण्टर का सारा काम मुझे संभालना पद रहा था. हफ्ते के ६ दिन तो बच्चो को ट्रेनिंग देने में ही निकल जाते और इतवार को मुझे ओफ्फिसिअल काम निपटाना होता था उस दिन भी मैं सेण्टर में बैठा कंप्यूटर पर बैठा अपना जरूरी काम केर रहा था चपरासी को भी जल्दी थी तो मैंने उससे सेण्टर का मैन गेट बंद करके चले जाने को कहा मैंने सोचा सेंटर का गेट बंद होने बाद मै अन्दर बैठ कर आपना काम शांति से केर सकूँगा और फिर पार्टनर के घर वाले गेट की तरफ से बाहर चला जाऊंगा तो मैंने उसको सेण्टर का मैन गेट बंद करके चले जाने को कह दिया उसने ऐसा ही किया और वो चला गया अब मैं सेण्टर के अन्दर बिलकुल अकेला था
काफी देर काम करने के बाद जब मैं अपना वर्क सेव कर रहा था तभी मेरी नजर कंप्यूटर में सेव एक मूवी पर पड़ी जो शायद किसी टीचेर ने या फिर मेरे पार्टनर ने लोड कर दी थी वो एक ब्लू फिल्म थी मैं काम करके काफी थका हुआ था तो कुछ मस्ती करने के मूड में मैंने वो फिल्म स्टार्ट कर दी चूँकि मैं सेण्टर में अकेला था इसी लिये मुझे कोई डर भी नहीं था फिल्म देखते देखते मेरा ८" का लैंड पैंट के अन्दर तम्बू बन कर खड़ा हो गया मुझे काफी गर्मी लग रही थी तो मैंने अपने सारे कपडे उतार दिए अब मैं सेण्टर में बिलकुल नंगा होकर ब्लू फिल्म देखते हुए मुठ मर रहा था
तभी पीछे से एक खट की आवाज ने मेरी तेज़ होती सांसो को ब्रेक लगाने पर मजबूर कर दिया मैंने पलट कर देखा तो अन्दर के गेट पर सीमा भाभी चाय का प्याला लिए खड़ी थी उन्हें अचानक देख कर मेरे होश उड़ गए मेरे पास इतना टाइम नहीं था की मैं कपड़ो से अपने तन को छुपा सकता मैं उनके सामने एक दम नंगा खड़ा था मेरी गले की आवाज गायब सी हो गयी थी मैंने हकलाते हुए पूछा सीमा भाभी आप इस समय ?
भाभी ने भी कुछ नहीं कहा, लेकिन मेरे बड़े लंड को २-३ मिनट तक देखते रही फिर बोली देवर जी ये आप क्या कर रहे थे मैं तो आप को एक अच्छा आदमी समझती थी पर आप अपने दोस्त की गैर मौजूदगी में ये सब? मैं डर गया और बोला भाभी मुझे माफ़ कर दो सीमा भाभी पहले कुछ नहीं बोली फिर मेरे ८ " लैंड को हाथ में लेकर बोली " एक शर्त पर मैं तुम्हे माफ़ कर सकती हु की जो कुछ इस फिल्म में चल रहा है वो सब तुम्हे मेरे साथ भी करना पड़ेगा
वैसे तो मैं कई बार सीमा भाभी की अंगो को दूर से निहार चूका हु पर आज सीमा भाभी खुद मुझसे चुदाने को तैयार थी ये सोच कर मेरे रोंगटे खड़े हो गए आज तक मैंने उन्हें कभी नंगा नहीं देखा था आज मेरा सबसे हसीं सपना पूरा होने जा रहा था
मैंने उसके होंठों पे अपने होंठ कस के दबा दिये। १५ मिनट तक वो मेरे और मैं उसके होंठ चूसता रहा। होंठों के बाद वो मुझे सब जगह पे चूमने लगी, गाल छाती और सब जगह। मैं भी उसके गालों को चूसने लगा। चूस चूस के उसके गोरे गाल मैंने लाल कर दिये।
अब तो वो बहुत गरम हो गई थी मगर वो अब भी कपड़ो में थी और मैने उसके कपड़े निकालने शुरू कर दिये। धीरे से उनकी साड्डी खीच कर अलग केर दी और उनके मम्मे दबाता हुआ बलाउज के हुक खोल दिए पेटीकोट का नाडा खोल के पेटीकोट नीचे खिसका diya अब वो सिर्फ़ मेरे ब्रा और पैंटी में थी । मैं सफ़ेद ब्रा में उसके बड़े बड़े मम्मे देख के पागल हो गया वो बोली,“ गौरव , जब से तुम्हें अपना ये बड़ा लंड हिलाते देखा है, मैं तो इसके लिये पागल सी हो गई हूँ, अब मुझे और ना तड़पाओ !”
मैंने तुरंत उसकी ब्रा निकाल दी उसके गोरे गोरे कबूतर आज़ाद होकर बहार निकल आये । मैंने धीरे से उस की पैंटी नीचे खिसका दी अब हम दोनों पूरी तरह नंगे खड़े थे वो मेरा पूरा नंगा लंड देख के जो कि अब ८” से बड़ा हो गया था, अपने आप को कंट्रोल नहीं कर पा रही थी। उसने उसे अपने हाथों से हिलाना शुरु किया और बोली,“तुम्हारा तो तुम्हारे दोस्त यानि मेरे पति से काफ़ी बड़ा है, इसलिये मैं तुम्हें कहती थी कि तुम्हारी कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है क्या?? मेरे भोले गौरव जी लड़कियों को ऐसे बड़े लंड वाले लड़के बहुत पसंद होते हैं !”
वो मेरे लंड के साथ खेल रही थी। अब उसने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया। मेरा लंड पहली बार किसी छेद में जा रहा था। मेरे लंड को गुदगुदी सी हो रही थी। मैं जैसे स्वर्ग में था।
उसने मेरा लंड पूरा अपने मुंह में ले लिया। क्योंकि यह मेरा पहली बार था, मैं ज्यादा देर नहीं टिक पाया, ५ मिनट के बाद मैने उसे कहा- मैं छूटने जा रहा हूँ !
उसने कहा- मुंह के अंदर ही छोड़ देना !
मैने बड़े जोर के साथ अपना वीर्य उसके मुंह में निकाल दिया और उसने वो पूरा निगल भी लिया। अब छूटने की वजह से मेरा लंड फ़िर अपने सामान्य शेप में आ गया। तब भाभी और मैं बाथरूम में सफ़ाई के लिये चले गये। वहां वो तो और सेक्सी बातें करने लगी। लगता है अब तक उसकी गरमी ठंडी नहीं हुई थी। उसने कहा,“मेरे पति का लंड तुमसे बहुत छोटा है, और वो मुझे इतना प्यार भी नहीं करते, वो यहाँ नहीं थे तो मैं सेक्स के लिये बहुत पागल हुये जा रही थी, मुझे तुम अपनी बीवी समझना और जब जी चाहे तब चोदना। ये भाभी आज से तेरी है।”
और उसने मुझे फिर चूमना शुरु किया। हम एक दूसरे को फिर चूसते रहे, चूमते रहे। मैने उसे कहा “भाभी, देवर को दूधू पिलाओ !”उसने कहा,“पूछो मत ! ये दूध और दूधवाली सब आप ही के लिये हैं, जितना दूध पीना है पी लो !”
और मैने बिना रुके उसके ३६ डी साइज़ के सेक्सी बूब्स दबाने लगा। उसे ज़ोरो से चूसने लगा। वो चीखने लगी- चूसो और ज़ोरों से, पी जाओ सारा, गौरव आआआआअ आईईइ ईइ अ दूध ऊऊऊह ह्हह्हा आऐइ ईई ईई……ऊऊ ऊऊओ ऊऊओ ऊओ ऊ…आ आआअ आ आअ।
मैने अपनी चुसाई जारी रखी, और वो मेरे लंड से खेले जा रही थी। २० मिनट मैने उसके स्तन चूस चूस के लाल कर दिये, अब मेरा लंड फ़िर तन रहा था। अब तो मेरे लंड को उसके चूत के छेद में जाना था। अपना तना हुआ लंड मैंने उसकी चूत पर रख कर अन्दर करएने का प्रयत्न किया। मेरा लंड मोटा होने के कारण अंदर जाने में थोड़ी दिक्कत हुई। लेकिन २-३ जोर के झटकों के बाद अंदर चला गया। तब वो चिल्लाई- आआअ आआअ आऐइ ईईईइ ऐईईइऊ ऊऊऊईइ ईईईई माआ आआआ निकालो बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन वो उसे अलग नहीं होने दे रही थी। उसे भी बहुत मज़े आ रहे थे। मेरा लंड भी बहुत मज़ा कर रहा था। उसे चूत चुदवाना अच्छा लग रहा था। मैने उसे लगभग २० मिनट तक चोदा और उसकी चूत में पानी निकाल दिया, उसी समय पे उसके भी चूत से पानी निकला।
फिर हम दोनो बाथरूम में एक साथ शॉवर में नहाये, वहां भी मैंने थोड़ी मस्ती की। उस रात को मैं उसी के घर रुक गया था क्योंकी वो घर में अकेली थी हम दोनों एक ही बेड पे सोये थे एक दूसरे के बाहों में पति-पत्नी की तरह। मेरी सेक्सी भाभी के बदन की आग ठंडी हो ही नहीं रही थी। सुबह ५.३० को वो फ़िर से मेरे लंड के साथ खेलने लगी, मैं तब नींद में था। लेकिन उसकी मस्ती से मैं उठ गया और मेरा लंड भी उठ गया। और फिर एक बार मस्त चुदाई हुई।
उस पूरे दिन में हम दोनों ने ४-५ बार सेक्स किया, मैं तो पूरा थक गया था और वो भी। आज भी हम लोगो का ये प्रोग्राम पार्टनर की गैर मजुदगी में चलता रहता है ये मेरा पहला सेक्स अनुभव था जो काफी शानदार था मगर मैं अब चिंतित हु कयोकी जल्द ही मेरी शादी होने वाली है फिर पता नहीं भाभी जैसी हसीना के साथ ये हसीं लम्हे गुजारने को मिले या न मिले मेरी इस सच्ची घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देना न भूले मेरी मेल आईडी है
मेरीमस्तजवानी@जीमेल.कॉम
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